नरेली स्कूल हमीरपुर के खेल मैदान में एक युद्ध नशे के विरुद्ध प्रत्येक रविवार की तरह इस रविवार को भी चकमोह स्कूल के भाषा अध्यापक लक्की द्वारा दिन भर खो खो के मैच करवाए गए । जीतने वाली टीम के सारे खिलाडिय़ों को स्वर्ण पदक पहना कर सम्मानित किया गया। आज की खो- खो प्रतियोगिता में नरेली स्कूल के खिलाड़ी सौरभ शर्मा को बेस्ट डिफेंडर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विजेता टीम के खिलाडिय़ों में वंशिका उप्पल कप्तान, सुन्दरू, वीरू, पूर्वा, अक्षित, शौर्य, लखा, पीयूष। पदक वितरण समारोह के बाद खो को खिलाडिय़ों ने हर बार की तरह इस बार भी नशे के विरोध में जागरूकता रैली भी निकाली गई । भाषा अध्यापक लक्की ने बताया कि खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास में अहम रोल अदा करता है।
इसलिए वह और उनके बड़े भाई भानू उर्फ विजय कुमार (आईपी लेक्चरर) पिछले 6 सालों से लगातार बच्चों को खो-खो का खेल सिखाते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 3 वर्षों से हमीरपुर जिला खो- खो में पूरे प्रदेश में अव्वल आ रहा हैए जिसका मुख्य कारण इन खिलाडिय़ों की लगातार मेहनत करना है। यह खिलाड़ी स्कूल लगने से पहले और स्कूल बंद होने के बाद हर दिन खो-खो खेलते हैं। पिछले साल अंडर 14 लडक़े, अंडर 19 लडक़े व लड़कियां और अंतर महाविद्यालय खो-खो प्रतियोगिताओं में हमीरपुर जिले ने पूरे हिमाचल में पहला स्थान हासिल किया था और लगभग 25 खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खो खो खेले थे। वर्तमान में नरेली स्कूलए कुठेड़ा स्कूल और हमीरपुर महाविद्यालय के खो-खो खिलाड़ी हर दिन नरेली स्कूल के खेल मैदान में भाषा अध्यापक लक्की और उनके बड़े भाई भानू की देख रेख में एक साथ खो- खो का अभ्यास कर रहे हैं।
Reviewed by SBR
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September 22, 2025
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