फोरलेन के मलबे से बंद हुई सिंचाई कूहल

 


पठानकोट फोरलेन निर्माण के दौरान हो रही अवैध डंपिंग और लापरवाही ने क्षेत्र के किसानों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। बुधवार को कुन्नू पंचायत के किसानों ने एनएचएआई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि सिंचाई कूहलों में मलबा और भारी भरकम पत्थर गिराए जाने से कृषि कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। पंचायत उपप्रधान अविनाश कटोच ने बताया कि इस समय गेहूं बिजाई का महत्वपूर्ण दौर चल रहा है। बारिश न होने से किसान पहले ही चिंतित हैं, ऊपर से सिंचाई कूहलें फोरलेन कार्य के दौरान नालों में फेंके गए मलबे से पूरी तरह बंद हो चुकी हैं। इससे खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा और किसान समय पर सिंचाई करने में असमर्थ हो रहे हैं। किसानों का आरोप है कि वे कई बार एनएचएआई अधिकारियों को समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। वहीं पंचायत समिति सदस्या कविता चौहान ने बताया कि सेनड, बाड़ी और बेसहड कूहल भी कई स्थानों से टूट चुकी हैं, जिससे खेतों तक पानी पहुंचने में समय लग रहा है और पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता। पधर-कॉलेज हरडग़लु संपर्क मार्ग निर्माण कार्य के कारण सडक़ किनारे बनी कूहल भी क्षतिग्रस्त हुई है।


उन्होंने लोक निर्माण विभाग से ढाडू के पास बंद पड़ी कूहल को शीघ्र खोलने की मांग की। कविता चौहान ने जल शक्ति विभाग से यह भी कहा कि संबंधित कूहल का हेड सही तरीके से नहीं बना है, जिसके कारण आधे से ज्यादा पानी नाले में बह जाता है। उन्होंने हेड के पुनर्निर्माण की मांग की ताकि पानी का उपयोग सुचारू रूप से हो सके। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन और एनएचएआई तुरंत नारला नाले में बने हेड को ठीक नहीं करते और कूहलों में पड़ा मलबा नहीं हटाते, तो वे फोरलेन निर्माण कार्य को रोकने के लिए सामूहिक कदम उठाने को मजबूर होंगे। वहीं सूचना मिलने पर एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रवीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों की शिकायतें सुनीं, हालात का जायजा लिया और सिंचाई कूहल को सुचारू करने के लिए तुरंत कार्य शुरू कर दिया। इस दौरान जल शक्ति विभाग पधर के सहायक अभियंता भी उपस्थित रहे।

फोरलेन के मलबे से बंद हुई सिंचाई कूहल फोरलेन के मलबे से बंद हुई सिंचाई कूहल Reviewed by SBR on November 20, 2025 Rating: 5

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